


केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने भारत और ब्रिटेन के बीच ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर हस्ताक्षर होने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बधाई दी। अमित शाह ने कहा कि भारत ने वैश्विक व्यापार में एक और मील का पत्थर स्थापित किया, यह प्रत्येक नागरिक के लिए गौरव और संभावनाओं का क्षण है।
भारत और ब्रिटेन ने गुरुवार को ऐतिहासिक व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री सर कीर स्टारमर की उपस्थिति में, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और व्यापार एवं वाणिज्य राज्य मंत्री जोनाथन रेनॉल्ड्स ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर और राजकोष की चांसलर रेचल रीव्स भी इस अवसर पर उपस्थित थीं।
केन्द्रीय गृह अमित शाह ने भारत और ब्रिटेन के बीच ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर होने पर पीएम मोदी को बधाई दी। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट में कहा कि भारत ने वैश्विक व्यापार में एक और मील का पत्थर स्थापित किया है और यह प्रत्येक नागरिक के लिए गौरव और संभावनाओं का क्षण है।
उन्होंने कहा कि यह संधि प्रधानमंत्री मोदी जी की जन-केंद्रित व्यापार कूटनीति का प्रमाण है, जो 95% कृषि निर्यात पर शुल्क माफ कर हमारे किसानों के लिए समृद्धि के नए युग की शुरुआत करती है और 99% समुद्री निर्यात पर शून्य शुल्क के साथ हमारे मछुआरों को लाभ पहुंचाती है। अमित शाह ने कहा कि यह समझौता मेक इन इंडिया के संकल्प को बढ़ावा देता है और हमारे कारीगरों, बुनकरों, कपड़ा, चमड़ा, जूते-चप्पल, रत्न और आभूषण तथा खिलौनों के लिए व्यापक बाजार खोलकर हमारे स्थानीय उत्पादों का वैश्वीकरण कर उनकी क्षमता को नई ऊंचाई पर पहुंचाता है
आपको बता दें, यह मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) प्रमुख विकसित अर्थव्यवस्थाओं के साथ भारत के जुड़ाव में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है और आर्थिक एकीकरण को मज़बूत करने की साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है। दुनिया की क्रमशः चौथी और छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के रूप में, भारत और ब्रिटेन के द्विपक्षीय संबंध वैश्विक आर्थिक महत्व रखते हैं।
भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौते (सीईटीए) पर हस्ताक्षर 6 मई 2025 को घोषित वार्ता के सफल समापन के बाद हुए हैं। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार लगभग 56 अरब अमेरिकी डॉलर का है, जिसे 2030 तक दोगुना करने का संयुक्त लक्ष्य है।
ज्ञात हो, सीईटीए ने ब्रिटेन को भारत के 99% निर्यात के लिए अभूतपूर्व शुल्क-मुक्त पहुंच सुनिश्चित की है, जो लगभग पूरे व्यापार क्षेत्र को कवर करता है। इससे कपड़ा, समुद्री उत्पाद, चमड़ा, जूते, खेल के सामान, खिलौने और रत्न एवं आभूषण जैसे श्रम-प्रधान उद्योगों के साथ-साथ इंजीनियरिंग सामान, ऑटो कंपोनेंट और जैविक रसायन जैसे तेज़ी से बढ़ते क्षेत्रों के लिए नए अवसर खुलने की उम्मीद है।
गौरतलब हो, भारतीय अर्थव्यवस्था के एक मज़बूत चालक, सेवा क्षेत्र को भी व्यापक लाभ प्राप्त होंगे। यह समझौता आईटी और आईटी-सक्षम सेवाओं, वित्तीय और कानूनी सेवाओं, पेशेवर और शैक्षिक सेवाओं, और डिजिटल व्यापार में बेहतर बाज़ार पहुँच प्रदान करता है। भारतीय पेशेवर, जिनमें ब्रिटेन में सभी सेवा क्षेत्रों में काम करने के लिए कंपनियों द्वारा तैनात पेशेवर, आर्किटेक्ट, इंजीनियर, शेफ, योग प्रशिक्षक और संगीतकार जैसे अनुबंध पर तैनात पेशेवर शामिल हैं, सरल वीज़ा प्रक्रियाओं और उदार प्रवेश श्रेणियों से लाभान्वित होंगे, जिससे प्रतिभाओं के लिए ब्रिटेन में काम करना आसान हो जाएगा।